बुधवार, 31 जुलाई 2013


ईद मुबारक   २. ३ . २०१०

ईद पर्व इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से आता है । यह मुसलमानों का त्योहार है । विश्वभर में मुसलमान श्रद्धा
से इसे मनाते हैं । रमजान के अंत में यह आता है ।
रमजान का पूरा महीना आत्मशुद्धि ,व्रत ,रोजा रखने का होता है । दिन में बिना कुछ खाए - पिए रहकर पांच बार नमाज पढना रमजान का एक नियम होता है । रात को सूर्य अस्त के बाद खाना खाते हैं । जन - मन बड़े उत्साह , चाव के साथ मनाते हैं । बच्चे - बड़े सभी नए वस्त्र पहनते हैं । सर ढक कर ईदगाह नमाज अदा करते हैं . ईद के त्योहार में सब को गले लगाकर मुबारकबाद देते हैं ।
इस दिन घरों में विशेष पकवान जैसे मीठी सवेंया ,खीर, खुरमा बनता है । सब मिलकर खाते हैं । और ख़ुशी मनाते हैं । मिठाइयां बांटते हैं । बच्चों को ईदी में रुपए मिलते हैं ।
महीने के अंतिम दिन चाँद देख कर दूसरे दिन ईद का त्योहार मनाते हैं ।
बच्चों यह त्योहार इंसानियत का पैगाम देता है । सबके प्रति प्रेम - प्यार बांटने का संदेश देता है । अल्लाह भी तभी खुश होता है ,जब हम आपस में वैर -विरोध को त्याग मिलजुलकर रहें । तो मेरे प्यारे बच्चों आप भी अपने मन में भेद भाव न लाना और इंसानियत के रिश्ते को सदैव कायम रखना ।
आप सब को ईद मुबारक देती हूँ ।

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