सहेली रानी
६.५.२०१०
सुना रही हूँ एक कहानी ,
मैं बातों - बातों में बताती ।
परी- सी वह शहजादी
था नाम उसका रानी
सबको लगती प्यारी
सहेली मेरी न्यारी ।
सुना रही हूँ एक कहानी ,
मैं बातों - बातों में बताती ।
करती सदा मनमानी
रोटी उसे नहीं भाती
पिजा चाव से खाती
उसे हुई इससे हानि ।
सुना रही हूँ एक कहानी ,
मैं बातों ................... ।
लगी उसे बीमारी
दुखी हुई माँ - नानी
कहना नहीं मानती
खटकती थी मनमानी ।
सुना रही हूँ एक कहानी
मैं बातों ...................... ।
थी माँ - नानी सयानी
रोटी का पिजा बनाती
बड़े चाव से वह खाती
दूर भागी बीमारी ।
सुना रही हूँ एक कहानी
मैं बातों .................. ।
६.५.२०१०
सुना रही हूँ एक कहानी ,
मैं बातों - बातों में बताती ।
परी- सी वह शहजादी
था नाम उसका रानी
सबको लगती प्यारी
सहेली मेरी न्यारी ।
सुना रही हूँ एक कहानी ,
मैं बातों - बातों में बताती ।
करती सदा मनमानी
रोटी उसे नहीं भाती
पिजा चाव से खाती
उसे हुई इससे हानि ।
सुना रही हूँ एक कहानी ,
मैं बातों ................... ।
लगी उसे बीमारी
दुखी हुई माँ - नानी
कहना नहीं मानती
खटकती थी मनमानी ।
सुना रही हूँ एक कहानी
मैं बातों ...................... ।
थी माँ - नानी सयानी
रोटी का पिजा बनाती
बड़े चाव से वह खाती
दूर भागी बीमारी ।
सुना रही हूँ एक कहानी
मैं बातों .................. ।
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