६४ वें गणतन्त्र दिवस ,प्रजासत्ता दिवस और लोकशाही दिवस की सत्यं - शिवं - सुन्दरं से सजी शहादतों को सलाम . जिनकी वजह से हम सब भारतवासी आजादी की साँसे ले रहें हैं . उन्हीं जाबाजों को मेरा गीत समर्पित -
तिरंगें में रंगी शहादत को सलाम
चलो चलें स्वागत करने
राष्ट्रीय त्यौहार आया
मंगल वेला है आई .
जिन शहीदों के फाग से
देश का चमन है महका
उनकी वफादारियों से
तिरंगा गर्व से झूमा.
चलो चलें आरती करने
राष्ट्रीय त्यौहार आया
मंगल वेला है छाई .
झंडे के हर ताने में
लिखी उनकी कुर्बानी
अनंत - अखंड ज्योति को
करे सलाम भारतवासी .
चलो चलें पूजन करने
राष्ट्रीय त्यौहार आया
मंगल वेला है नहाई .
तिरंगें के रंगों में
रंगी है उनकी देशभक्ति
चक्र बनी उनकी अँगुलियाँ
बलिदानों के गीत सुनाती .
चलो चलें वंदन करने
राष्ट्रीय त्यौहार आया
मंगल वेला है सजाई .
लें वचन करें उन्हें याद
न जाए शहादत बेकार
अंतर्भावना के यज्ञ से
भस्म हो घृणा की चिंगारी .
चलो चलें नमन करने
राष्ट्रीय त्यौहार आया
मंगल वेला है भाई.
मंजु गुप्ता
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