गुरुवार, 8 अक्तूबर 2015

साझा संसार: 53. गैर-बराबरी बढ़ाता आरक्षण

साझा संसार: 53. गैर-बराबरी बढ़ाता आरक्षण



 तार्किक कसौटी पर कसा सही जागरूक ज्ञान वर्ध्दक आलेख .

अंत में  आपके सुझाव भी सही लगे

बधाई जेन्नी जी .



मेरे विचार -





आरक्षण की आग



आरक्षण की आग से



देश सारा झुलस रहा



६५ सालों की आरक्षण की परिधि



बाँहें फैलाए पाँव पसार रही



जाति - धर्म की भांग खिलाके

योग्य प्रतिभाओं का हनन करे



जाति - धर्म भेद  की  दीवार खींच



अल्प ज्ञानी बाजी रहे मार



आरक्षण का जुल्म



प्रतिभाओं पर ना ढाओ



करें मंथन हम सब मिलके



करें पुनर्रचना समाज की



नीर - क्षीर विवेक से करें हल



विकसित देश भारत तभी बनेगा



आरक्षण पर कसे नकेल



योग्यिता बल  से करें विकास



करें देश का नव  निर्माण .



- मंजु गुप्ता

वाशी , नवी मुंबई

भारत .








कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें