जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामानाएं
लीलाधर की महालीलाएं
१. कृष्ण जन्म पै
जागे जग के भाग्य
करूँ कामना .
२. जन्माष्टमी पै
हर घर - विश्व में
गूंजी बधाई .
३. प्रेम मंदिर
में आस्था का उमड़ा
जन सैलाब .
४. कृष्ण प्रेम में
वर्ण , धर्म , नस्ल की
सीमाएं टूटी .
५. देश - विदेश
कान्हा रंग में रंगे
जन्मोत्सव पै .
६. कारा में कृष्ण
तोड़ी जुल्मी बेडियाँ
चमत्कार से .
७. कान्हा पग छु
यमुना ने दी राह
वासुदेवको .
८. छली पूतना
ने जान थी गवाईं
कृष्ण लीला से
९. सुदामा पग
कान्हा आंसुओं से धो
मैत्री थी गूंजी .
१० . वंशीधर से
मांगा अधरामृत
हर गोपी ने
११. प्रेम वेदी पै
किया था आत्मदाह
सारी गोपी ने .
१२ दिव्य दृष्टि से
अंतर घर गईं
प्रेमी गोपियाँ .
१३. गोकुलधाम
में रची बाल लीला
घनश्याम ने .
१४. श्याम लीला से
अधर्म पै धर्म का
झंडा फहरा .
१५ . अनोखे रास
गोपियों से करके
दिलों को जोड़ा .
१६ . प्रेम - भक्ति से
कान्हा हुए वैश्विक
अनंत हो के .
१७ . आतंकी कंस
की चालों का मर्दन
किया खेल में .
१८ . कृष्ण नकेल
से कालिया से मुक्त
हुई यमुना .
१९ . महाराष्ट्र में
दही कालाउत्सव
की मची धूम .
२० . बनाने आए
पिरामिड कान्हा का
विदेशी टोली .
२१ . चितचोर की
मधुर तानों पर
नाचे गोपियाँ .
२२ . कृष्ण शिक्षा से
पट उर के खुलें
होए उद्धार .
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